
लखीमपुर खीरी, 06 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद के छोटे से गांव इकबालपुर की बेटी दीक्षा तिवारी आज लाखों बच्चों के लिए मिसाल बन रही है। परिषदीय विद्यालय में कक्षा 5 की छात्रा दीक्षा ने न सिर्फ बड़े सपने देखे, बल्कि उन्हें साकार करने की दिशा में कठिन परिश्रम और समर्पण के साथ कदम भी बढ़ा रही है साधारण परिवेश में पली-बढ़ी दीक्षा की प्रतिभा और मेहनत को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल द्वारा विशेष रूप से सराहा गया। उनके प्रयासों को आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर साझा कर सम्मानित किया गया, ताकि प्रेरणादायक कहानियां जन-जन तक पहुंच सकें।
पिता से सीखी कला, देश के लिए मेडल का सपना
दीक्षा को एयरोबैटिक जिमनास्टिक और योग में गहरी रुचि है। इस कला की शुरुआत उनके अपने घर से हुई। उनके पिता न सिर्फ उनके पहले कोच हैं, बल्कि जीवन के हर मोड़ पर उनके सबसे मजबूत सहायक भी। पिता-पुत्री की यह जोड़ी हर दिन कड़ी मेहनत करती है, ताकि एक दिन तिरंगे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लहराया जा सके। दीक्षा बताती है कि मुख्यमंत्री जी की मिशन शक्ति योजना और हमारी डीएम मैम की प्रेरणा ने मुझे खेल के क्षेत्र में कुछ कर दिखाने का हौसला दिया है। मेरा सपना है कि मैं अपने गांव, जिले, प्रदेश और देश का नाम रोशन करूं।” छोटी उम्र में बड़े सपनों के साथ दीक्षा हर दिन अभ्यास कर रही है, कठिनाइयों से नहीं डरती। वह जानती है कि जब लक्ष्य बड़ा हो, तो मेहनत भी उसी स्तर की होनी चाहिए
छोटी उम्र, बड़े सपने, मजबूत इरादे दीक्षा की मेहनत और लगन ने यह साबित कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो संसाधनों की कमी भी रास्ता रोक नहीं सकती। आज वह मिशन शक्ति जैसी योजनाओं का जीता-जागता उदाहरण हैं जहां बेटियों को न सिर्फ आगे बढ़ने का मौका मिलता है, बल्कि उन्हें एक नई पहचान भी मिलती है।
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